KAFILA - COLLECTIVE EXPLORATIONS SINCE 2006
इशरत जहाँ एक उन्नीस साल की लड़की थी जब वह मारी गई.शायद उसके बारे में इसके अलावा इस निश्चितता के साथ हम कुछ और कभी नहीं जान पाएंगे. इसकी वजह सिर्फ यह है कि जिन्हें इस देश में सच का पता लगाने का काम दिया गया है वे एक लंबे अरसे से झूठ को सच की तरह पेश करने का आसान रास्ता चुनने के आदी हो गए हैं. उनके इस मिथ्याचार पर कभी सवाल न खड़ा किया जा सके इसका सबसे अच्छा तरीका है राष्ट्र रक्षक की अपनी छवि का दुरुपयोग निस्संकोच करना. जो राष्ट्र की रक्षा करता है उसे उसकी रक्षा के लिए किसी को मात्र संदेह के आधार पर मार डालने का हक है, यह हमारे देश का सहज बोध है. सिर्फ अशिक्षितों का नहीं, उसने कहीं ज़्यादा राजनीति शास्त्र की किताबों से नागरिक अधिकारों का ज्ञान प्राप्त किए हुए स्नातकों का. उन सबका जिन्हें देश की जनता…
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